गाना गाने के साथ ही गिटार और पियानो बजाने वाली निरुपमा कविता और कहानी भी लिखती हैं,वे ज्वेलरी की शौकीन तो हैं ही उनका ड्रेसिंग सेंस भी गजब का है
अपने साथियों के बीच वह अच्छे ड्रेसिंग सेंस के लिए भी जानी जाती हैं। उनके पास ज्वेलरी का बेहतरीन कलेक्शन है। उनके पति सुधाकर राव कर्नाटक के मुख्य सचिव हैं, कहते हैं कि उनकी सबसे बड़ी विशेषता काम के प्रति समर्पण है। जब वह कुछ करने की ठान लेती हैं तो कोई उनका ध्यान भटका नहीं सकता। वह बताते हैं कि 2008 में मेरे मुख्य सचिव बनने के बाद हमारी मुलाकातें काफी काम हो रही हैं। उनके अक्टूबर 2006 में बीजिंग में पद संभालने से लेकर विदेश सचिव बनने तक सिर्फ एक बार मुलाकात हो सकी है। वह बताते हैं कि उसे या मुझे जब भी मौका मिलता है तो फोन पर बात जरूर होती है और वह बेटों को जरूर फोन करती है।
लोकसभा की पहली महिला अध्यक्ष मीरा कुमार और निरूपमा राव एक ही बैच में भारतीय विदेश सेवा के लिए चुनी गईं थीं, जिसमें निरूपमा राव ने टॉप किया था। दो बेटों की मां निरूपमा को 21 साल की उम्र में विदेश सेवा से जुड़ने वाली व विदेश मंत्रालय की पहली महिला होने का गौरव हासिल है। चीन में राजदूत बनने से पहले बतौर प्रवक्ता दुनिया को खरी-खरी सुनाने के लिए मशहूर रही हैं। वह श्रीलंका की उच्चायुक्त और पेरू में देश की राजदूत रह चुकी हैं। वह मास्को स्थित भारतीय मिशन में भी काम कर चुकी हैं। विदेश मंत्रालय में पूर्वी एशिया मामलों की संयुक्त सचिव भी रह चुकी हैं।
1 comment:
निरुपमा जी में सचमुच कुछ खास तो है....
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