आकाश की बुलंदी पर : सुमन शर्मा
सुमन शर्मा केवल वह नाम नहीं है जो सिर्फ एक अवकाश प्राप्त नेवल अफसर की बेटी और सेना के एक कर्नल की बहन है बल्कि दुनिया की वह पहली ऐसी महिला है जिसने रुसी मिग-३– को आकाश में उडाने का कारनामा कर दिखाया है। महज तीस साल की सुमन ऐसी पहली महिला है जो अमरीकी लड़ाकू विमान एफ-१६ आईएन को बतौर सहायक पायलट के तौर पर उड़ने का कीर्तिमान स्थापित किया है।
अलीगढ में पैदा हुयी और बेहद गुमनाम युवती सुमन शर्मा अचानक शोहरत की बुलंदियों पर पहुँच गई। रूस के अत्यंत जांबाज लडाकू विमान मिग-35 में सुमन की उडान के बाद मिग एयरक्राफ्ट कम्पनी के प्रमुख मिखाइल ग्लोबेंको ने घोषणा की कि सुमन मिग -35 में उडान भरने वाली दुनिया की पहली महिला है. सुमन कहती हैं,र् वह लड़ाकू विमान को सही तरीके से कंट्रोल रख सकती हैं और यहाँ तक की ३६0 डिग्री पर भी विमान को आसानी से घुमा सकती है. इसके लिए हमें अलर्ट और खुद को फिट रखना पड़ता है क्योंकि ऐसे कारनामे करने और विमान की तेज रफ्तार काफी मायने रखता है. इस कारण शारीरिक और मानसिक मजबूती के लिए योग काफी लाभदायक होता है. साथ ही जैज़ डांस के साथ कहने-पीने में नियंत्रण मुझे फिर रखता हैर्. इससे पहले भी उन्होंने नई दिल्ली से शिकागो तक की दूरी महज पंद्रह घंटों में बोइंग कमर्शल जेट विमान को पहुँचाया है।
एचपी शर्मा के बेटी और डोगरा रेजिमेंट में शामिल राजेश शर्मा की बहन सुमन की इच्छा अकेले ऊँची उड़न भरने की है जहाँ असीमित आकाश में भगवन से जुड़ने की है। दिल्ली की रहने वाली सुमन कहती हैं की वह सभी तरह के वायुयानों को उड़ना पसंद है खासकर लड़ाकू विमानों को और उसकी इच्छा दूसरे अंतर्राष्ट्रीय एयर शो में भाग लेने की है. साथ ही वह चाहती है की और भी लड़कियां इस पेशे में आयें. क्योंकि यह न तो रॉकेट साइंस है और न हो कठिन विषय है. बेहतर एकेडमिक और साइंस पृष्ठभूमि होने के बड कोई भी लड़की या महिला ऐसे बड़े विमानों को आसानी से उड़ा सकती है।
पेशे से रक्षा पत्रकार सुमन शर्मा न सिर्फ ब्लाग चलाती हैं बल्कि ट्विटर के जरिये लोगों से संपर्क बनाये रखती हैं। ट्विटर के माध्यम से जहाँ वह भारत के साथ-साथ विश्व कि जानकारी लोगो को कुछ शब्दों में मुहैया कराती हैं वहीँ ब्लाग में अपने अनुभवों को शब्दों में ढालती है. इस साल अभी तक उसने अपने ब्लाग पर १२१ पोस्ट डाल चुकी हैं जहाँ उसने अपने उडान सा सम्बंधित तस्वीरें भी पोस्ट कर रखी हैं. हालाँकि भारतीय वायु सेना कि प्रकशित पायलट सुमन इन दिनों देहरादून स्थित इंडियन मिलट्रिी एकेडमी में बतौर फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर है।
विनीत उत्पल
(यह आलेख नौ सितंबर, २००९ को राष्ट्रीय सहारा में छपा है)
1 comment:
अच्छा लगा इनको जानकर.
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